गडचिरोली जिल्हे में गोमाता का अवैध परिवहन और तस्करी के साथ-साथ गोमाता की हत्या और चोरी के मांस की बिक्री
जिल्हा पोलीस अधिक्षक साहब को दिया निवेदन
शिवसेना से संबद्ध शिवशक्ति वाहतूक सेना और शिवसेना के अखिल भारतीय कामगार सेना महासंघ (संबद्ध) उनके काम पर ध्यान दे रहे हैं क्योंकि उनके पास प्रभावी कर्तव्य, वफादारी और न्याय की प्रतिष्ठा है। गढ़चिरौली जिले के सभी आंतर-सड़कों के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों में भी निजी वाहनों से जीवन रक्षक गाय का परिवहन किया जाता है. वाहन मालिक यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। किसान पहले से ही परेशान है। और इस तरह के परिवहन से पशु चोरी में वृद्धि हुई है। जानवरों की चोरी हो रही है, लेकिन बाघ के आतंक की आड़ में पशु तस्करों का शिकार किया जा रहा है. लेकिन यह देखा गया है कि तस्कर चोरी कर रहे हैं। गढ़चिरौली शहर के साथ-साथ गढ़चिरौली जिले के कई तालुकों (गडचिरोली, आष्टी, आरमोरी, वडसा, रांगी) में कई जगहों पर गायों की चोरी और हत्या बड़े पैमाने पर होती है। यदि उन्हें मांस बेचने की अनुमति दी जाती, तो रोगग्रस्त पशुओं की ओर कोरोना का बढता संकट को मद्देनजर मे रखते हुवे बिक्री से मानव जीवन के संकट में पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता था। और इसलिए इन तस्करों और ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। अन्यथा, शिवसेना के नेतृत्व वाली शिवशक्ति वाहतूक सेना और कामगार सेना उन्हें अपने तरीकों से सबक सिखाए बिना नहीं रहेगी। हमें यकीन है कि शिवसेना को ऐसा कुछ नहीं करना पड़ेगा. निवेदन देते वक्त शिवसेना के नेतृत्व वाली शिव शक्ति वाहतूक सेना और कामगार सेना गडचिरोली के जिला अध्यक्ष कबिर धर्माजी निकुरे, जिला उपाध्यक्ष चांगदास मसराम, जिला संघटक देवराव दुधबडे, गडचिरोली शहर प्रमुख सिद्धार्थ खोब्रागडे, गडचिरोली विभाग शहर प्रमुख रमेश बांबोळे, आनंद सातपुते, उमेश भांडेकर, शशांक बद्दलावर, रंजित टिनगुसले, विशाल मांडवगडे ओर शिवसेना कार्यकर्ते मौजद थे।