मंदाताई पडवेकर डाॅक्टरेट की उपाधी से सम्मानित
चंद्रपूर । सामाजिक हित मे उत्कृष्ट कार्य करने के लिये मंदाताई पडवेकर इनको डाॅक्टरेट की उपाधी से सम्मानित किया गया है. बता दे की समाजसेवा मे समर्पित अष्टपैलू व्यक्तिमत्त्व की मंदाताई पडवेकर पर्यावरण संतुलन मे भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है. बीज बोकर पौधे तयार करना,एक पौधा घर-बाहर जनजागृती,उसके लिये समय समय पर पौधारोपण अभियान चलाती रही है.
उनका मानना है की, सद्यस्थिती को देख हमे प्राकृतिक आॅक्सीजन की बहूत जरूरत है. एक पेड हमें हर साल
२३ लाख रु. का आॅक्सीजन देता है,इसलिए पौधारोपण के साथ साध हमें रोपीत पौधौं की देखभाल करना, प्राकृतिक धरोवर को बचाना भी हम सभी का परम कर्तव्य है, ऐंसा उनका मानना है. इतना ही नहीं वह विविध संस्था, फाऊंडेशन की पदाधिकारी होने के नाते उनके प्रति अपना फर्ज बखूबी
खुद के बलबुते निभा रही है.
कोरोना संक्रमण काल में मंदाताई जरूरत मंदोंको मदत करने में जुटी रही है. उन्होने अन्नदान, वस्त्र दान, जल सेवा, माॅस्क, सॅनिटायझर, सब्जीया, साबुन, हस्पतालों मे बाहर गांव से आऐ जरूरतमंदो को खुद की तरफ से फ्री टिफीन सेवा दी, रक्तदान शिबीर का आयोजन कर,खुद भी बार बार रक्तदान करती रही है.
साथही अन्य तरह से भी मदत पहुचांई. अति दुर्गम ईलाकों के बच्चों को शिक्षा के लिये भी अपने स्तर से मदत पहूचांती रहती है. कुछ अनाथ बच्चों के जनम दिन खुद की तरफ से मनाना रुग्णो की सेवा, दिन दुखीओंका आसरा मंदाताई साहित्यकार भी है, लेख लेखन मे भी उनका काफी अच्छा नाम है.वह उत्कृष्ट कवयित्री लेखिका के नाम सें भी जानी जाती है.
ऐंसे अनेक अतुलनिय कार्योंको मुद्दे नजर रखते हूये ,अल हाफिज अकादमी फाॅर कल्चर पीस लिटरेचर एंड द आर्टस् के प्रेसिडेंट,फाऊंडर ,चेअरमन डाॅ.मोहम्मद अब्द अल हाफिज और सेफ ओडीसा मेक ग्रीन आवर वर्ल्ड संस्था इंडिया ने मंदाताई पडवेकर इन्हे डाॅक्टरेट की उपाधी से अलंकृत किया गया है. उनके इस यश के लिये सभी तरफ अभिनंदन हो रहा है.