बाराबंकी मस्जिद की दोबारा तामीर कराने व ज़िम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करने की दरगाह ने की मांग।
बरेली, उत्तर प्रदेश।
आज दरगाह आला हज़रत पर बाराबंकी मस्जिद प्रकरण को लेकर एक अहम बैठक हुई। बैठक की सदारत (अध्यक्षता) करते हुए दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) साहब ने बाराबंकी प्रशासन द्वारा 100 साल पुरानी गरीब नवाज़ मस्जिद शहीद किये जाने पर सख्त नाराज़गी का इज़हार किया। हज़रत सुब्हानी मियां साहब ने मस्जिद के दौबारा तामीर की मांग करते हुए ज़िम्मेदार अधिकारियों के सस्पेंड करने की मांग की। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने भी कड़े शब्दों में मज़्ज़मत करते हुए कहा कि मस्जिद 100 साल पुरानी थी वहीं 1963 से वफ़क़ बोर्ड में रजिस्टर्ड थी। मस्जिद में पांचों वक़्त की नमाज़ अदा की जा रही थी। स्थानीय प्रशासन ने गैर कानूनी तरीके से रात के अंधेरे में शहीद कर दिया जबकि इस मामले में हाइकोर्ट में मामला लंबित है।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि पूरे प्रकरण की जानकारी लेने के लिए दरगाह से एक प्रतिनिधिमंडल मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी, मौलाना आज़म हशमती, मौलाना इब्राहीम रज़ा व अब्दुल हक़ के नेर्तत्व में बाराबंकी भेजा गया है। रिपोर्ट मिलते ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। जल्द ही लखनऊ एक प्रतिनिधि मण्डल उच्च अधिकारियों से मिलेगा।